जयपुर. परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग, राजस्थान द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस के जरिये अंगदान की घोषणा कराने की पहल को लगातार समर्थन मिल रहा है। अब इस मुहिम को धरातल पर उतारने और आगे बढ़ाने के लिए राजस्थान सरकार द्वारा संचालित स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइजेशन (सोटो) भी शामिल हो गया है। परिवहन भवन में गुरुवार को परिवहन एवं सड़क सुरक्षा आयुक्त महेंद्र सोनी और सोटो के पदाधिकारियों के बीच विस्तृत चर्चा हुई। बैठक के बाद सोनी ने बताया कि अंगदान की सहमति देने वाले ड्राइविंग लाइसेंसधारियों का डेटा सोटो को दिया जायेगा, ताकि सहमति देने वाले लाइसेंसधारक की मृत्यु या ब्रेनडेड होने पर उनके परिजनों की काउंसलिंग आसान हो जायेगी। परिजनों से मृतक के अंगदान की सहमति में मदद मिलेगी।
सोनी ने बताया कि अभी तक 3 लाख 14 हजार से अधिक ड्राइविंग लाइसेंसधारी अंगदान की घोषणा कर चुके हैं। संभवत: यह आंकड़ा पूरे देश में सबसे अधिक है। उन्होंने बताया कि भारत में अंग नहीं मिलने के कारण प्रति वर्ष 5 लाख से अधिक व्यक्तियों की असामयिक मृत्यु हो जाती है। विभाग द्वारा अंगदान की मुहिम चलाकर एक प्रयास किया जा रहा है। विभिन्न माध्यमों के जरिये आमजन को अंगदान की सहमति देने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।
बैठक में चर्चा के बाद सोनी ने सोटो द्वारा तैयार संदेशात्मक पोस्टर हां मैं अंगदान का समर्थन करता हूं का विमोचन किया। इसमें सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त प्राचार्य एवं सोटो के संयुक्त निदेशक डॉ. अमरजीत मेहता, जेके.लोन अस्पताल में गहन चिकित्सा इकाई के प्रभारी एवं सोटो में सलाहकार आईईसी/मीडिया डॉ. मनीष शर्मा, परियोजना सहायक रोशन बहादुर, परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग से संयुक्त परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) श्रीमती निधि सिंह और वरिष्ठ चिकित्साधिकारी (सड़क सुरक्षा) डॉ. एलएन पांडे उपस्थित रहे।