जबलपुर. लुटेरी दुल्हन शब्द तो आपने सुना होगा लेकिन इनके कारनामों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया होगा। आज हम आपको एक ऐसी ही लुटेरी दुल्हन की जानकारी दे रहे हैं। जिसने मध्य प्रदेश में जबलपुर सहित देश के छह शहरों में सात लोगों से शादी का नाटक किया और फिर ठगी कर ली। पुलिस ने ेऐसी लुटेरी दुल्हन को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। ये अंतरराज्यीय गिरोह है। इसमें शामिल तीन सदस्यों को भी पकड़ा गया है। गिरोह ने जबलपुर के अलावा धौलपुर, कोटा, जयपुर, सागर व दमोह में फर्जी शादियां कर लोगों से ठगी की थी। गिरफ्त में आई लुटेरी दुल्हन 28 वर्षीय उर्मिला अहिरवार उर्फ रेनू राजपूत उर्फ अन्नू पत्नी स्व. अजय अहिरवार निवासी धनवंतरि नगर सांई कालोनी थाना संजीवनी नगर, 40 वर्षीय अर्चना बर्मन उर्फ अर्चना राजपूत पत्नी राजू बर्मन निवासी कमला नेहरू नगर गढ़ा, 22 वर्षीय भागचंद कोरी निवासी नवनिवेश कालोनी गंगा नगर गढ़ा व 50 वर्षीय अमर सिंह ठाकुर निवासी शाहीनाका गढ़ा से ओमती पुलिस कड़ी पूछताछ कर रही है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने आरोपितों के मोबाइल की सीडीआर निकलवाने और गिरोह की ओर से अन्य जिलों में की गई ठगी की घटनाओं की जांच के निर्देश दिए हैं।
फर्जी दस्तावेज की जांच शुरू
विवाह कर ठगी की घटनाओं को अंजाम देने के लिए रेनू सहित गिरोह के सदस्यों ने गलत नामों से फर्जी पहचान पत्र बनाए थे, ताकि ठगी कर भागने के बाद उन्हें पकड़ा न जा सके। रेनू के भागने के बाद पुलिस ने उसकी कथित मौसी अर्चना बर्मन को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसके बाद फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया। इसके बाद शादी कर भागी रेनू की तलाश शुरू की गई। रेनू के साथ गिरोह के अन्य सदस्यों भागचंद कोरी व अमर सिंह ठाकुर को भी पकड़ लिया गया।
ऐसे करते थे ठगी
अर्चना बर्मन ने स्वयं को रेनू की मौसी बताया है। गिरोह के सदस्य नाम बदल-बदल कर ठगी की घटनाएं करते थे। आरोपितों से शादी के नाम पर ठगी की कुछ और घटनाओं के खुलासे की संभावना जताई जा रही है। आरोपितों के कब्जे से एक मंगलसूत्र, 20 हजार रुपये, चार मोबाइल फोन व एक मोटरसाइकिल जब्त की गई है। मोबाइल फोन की सीडीआर निकलवाई जा रही है, ताकि गिरोह में शामिल अन्य लोगों का पता लगाया जा सके।
कोर्ट में रचाई शादी और हो गई फरार
भीमगढ़ छपारा सिवनी निवासी दशरथ पटेल (41) ने मंगलवार रात ओमती थाने में घटना की शिकायत की थी। ओमती थाना प्रभारी एसपीएस बघेल ने बताया कि दशरथ सिवनी में स्कूल वाहन चलाता है। वह विवाह करना चाह रहा था, इसके लिए उसके चाचा जागेश्वर पटेल व चाची सुनीता पटेल लड़की की तलाश में थे। 15 दिन पहले उनका संपर्क अर्चना बर्मन से हुआ था। अर्चना ने बताया कि उसके रिश्तेदार की बेटी रेनू राजपूत निवासी दमोहनाका अविवाहित है और वह उससे दशरथ की शादी करवा सकती है। इंटरनेट मीडिया पर रेनू की फोटो भेजकर उसने शादी तय कर दी। विवाह में लड़के पक्ष पर 35 हजार नकद, मंगलसूत्र, पायल समेत कपड़ व शादी के खर्च की शर्त रखी गई। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, मंगलवार शाम चार बजे कलेक्ट्रेट में नोटरी आनंद मोहन चौधरी के समक्ष दोनों की शादी कराई गई। विवाह के बाद दशरथ रेनू को अपनी गाडी पर बैठाकर घर ले जाने लगा। जिला न्यायालय के गेट नंबर तीन के सामने रेनू ने बैठने में परेशानी बताकर गाड़ी रोकने को कहा। दशरथ ने गाड़ी रोक दी, तभी वहां दो पहिया वाहन से भागचंद कोरी पहुंचा। दशरथ की गाड़ी से उतरकर रेनू भागचंद की गाड़ी में बैठी और फरार हो गई।