कानपुर। प्रदेश सरकार के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने हमीरपुर के पत्योरा गांव में निर्माणाधीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। मंत्री ने अगस्त तक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार करने के निर्देश दिए। इससे सुमेरपुर व मौदहा के करीब 127 गांवों तक शुद्ध पीने के पानी मुहैया हो सकेगा। मंत्री ने पत्योरा पंप कैनाल की हालत खराब देख लघु डार नहर के अधिशासी अभियंता एसके त्रिवेदी को जमकर फटकार लगाई। शनिवार को जलशक्ति मंत्री 336.98 करोड़ की लागत से बन रहे नमामि गंगे मिशन योजना के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे। कार्यदायी संस्था के जनरल मैनेजर सुनील भारद्वाज ने बताया कि 40 ओवरहैड टैंकों का निर्माण जारी है। साथ ही इंटेकवेल का 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। डब्लूटीपी, अवर जलाशय आदि का कार्य समाप्ति की ओर है। 110 लोग इसके काम में लगे हुए हैं। अब तक इस कार्य के तहत 500 किमी पाइप लाइन डाली जा चुकी है। सदर विधायक मनोज प्रजापति, जिलाध्यक्ष बृजकिशोर गुप्ता, डीएम चंद्रभूषण, एसपी कमलेश दीक्षित, प्रभारी सीडीओ विकास, एडीएम नमामि गंगे राजेश यादव सहित आला अधिकारी मौजूद रहे।निरीक्षण के दौरान जलशक्ति मंत्री ने एसपी से चुटकी ली। कहा इस गांव में डकैतों को बोलबाला रहा है। कभी नामी गिरामी डकैतों का यहां जमावड़ा रहता था, लेकिन अब विकास की गंगा बह रही है।
अधिशासी अभियंता को फटकारा
पत्योरा पंप कैनाल में काफिला रुकते ही ग्रामीणों ने ज्ञापन दे नवीनीकरण कराने का अनुरोध किया। कैनाल की जीर्ण-शीर्ण हालत देख मंत्री भड़क गए। उन्होंने कहा कि इसे मनरेगा से सही कराएं। उन्होंने लघु डाल नहर के अधिशासी अभियंता एसके त्रिवेदी को फटकार लगाई और 22 किमी नगर का प्रस्ताव तैयार करने निर्देश दिए। गांव से तीन किमी दूर मोहन तालाब का निरीक्षण कर बबूल की झाडिय़ां देख डीएम से सुंदरीकरण कराने के निर्देश दिए।
शादी करने आए तो गांव के लोगों ने लड़ा दिया चुनाव
देवगांव प्रधान जितेंद्र शिवहरे ने पंचायत भवन के सामने काफिला रोक मंत्री का स्वागत किया। पूछने पर मंत्री को बताया कि वह मुंबई में ट्रेडिंग कंपनी में जॉब करते थे। गांव तो शादी करने आए थे, लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें प्रधानी का चुनाव लड़ा दिया। इस पर मंत्री ने डीएम से प्रधान का खयाल रखने को कहा। देवगांव चौराहे पर ग्रामीणों ने काफिला रोक बस्ती में से देसी शराब ठेका हटाए जाने की मांग की।