जम्मू-कश्मीर. अमरनाथ की गुा के पास बादल फटने के बाद अब तक 16 लोग काल का ग्रास बन गए। अभी बचाव और राहत कार्य जारी है। पानी के इस सैलाब में कई लोग बह गए हैं। इस हादसे में 45 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। अभी भी 40 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। जल सैलाब में बहे लोगों की तलाश के लिए शनिवार सुबह से फिर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी कर दिया गया है। बादल फटने के बाद अमरनाथ की पवित्र गुफा से सोनमर्ग के बालटाल आधार शिविर तक पहुंचने में सफल रहे तीर्थयात्रियों ने दर्दनाक अनुभव सुनाए. उत्तर प्रदेश के हरदोई के एक तीर्थयात्री दीपक चौहान ने एएनआई को बताया, वहां भगदड़ जैसी स्थिति हो गई, लेकिन सेना ने बहुत समर्थन किया। पानी के कारण कई पंडाल बह चुके हैं।
महाराष्ट्र के एक अन्य तीर्थयात्री सुमित ने बताया कि बादल फटने से आई बाढ़ बड़ी संख्या में पत्थर अपने साथ लेकर आई और सब बह गया। उन्होंने बताया कि हम बादल फटने वाली जगह से दो किलोमीटर दूर थे। एक अन्य तीर्थयात्री ने कहा जिस समय बादल फटा, हमे तो विश्वास ही नहीं हुआ। थोड़ी देर बाद चारों तरफ पानी ही पानी हो गया। हम करीब आठ लोग समूह में थे, भोलेनाथ की कृपा से, हम सभी बच गए. हालांकि, हम सभी को एक दु:खद अनुभव हुआ जब हमने लोगों को देखा और बैग पानी के साथ बह गए।
जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन, सुबह से 6 लोगों को निकाला गया
आईटीबीपी ने कहा कि इससे पहले शनिवार को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों ने शनिवार तड़के बचाव अभियान चलाया। जम्मू-कश्मीर के गांदरबल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ ए शाह ने कहा कि इससे पहले शुक्रवार को अमरनाथ के पवित्र मंदिर के पास बादल फटने से 13 लोगों की मौत हो गई थी और 48 अन्य घायल हो गए थे।
अब तक, सभी घायल मरीजों की देखभाल तीनों बेस अस्पतालों में की जा रही है। इन स्टेशनों पर प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों की ओर से पवित्र गुफा के रास्ते में ऊपरी पवित्र गुफा, निचली पवित्र गुफा, पंजतरणी के आसपास सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं।
हेल्पलाइन नंबर्स जारी
संयुक्त पुलिस नियंत्रण कक्ष पहलगाम
9596779039
9797796217
01936243233
01936243018
पुलिस नियंत्रण कक्ष अनंतनाग
9596777669
9419051940
01932225870
01932222870