पाली. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो पाली की टीम ने सोमवार को पाली शहर में बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सीताराम शर्मा, बिचोलिया एडवोकेट सुधीर कांकाणी, बाल कल्याण समिति इंदु चौपड़ा व सदस्य लक्ष्मण को दस हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने ये राशि बलात्कार पीडि़ता से पोस्को के मामले में प्रतिकार राशि की पहली किश्त जारी करने के बदले कमीशन के रूप में मांगी थी। एसीबी पाली के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपत चंद ने बताया कि 15 फरवरी को बलात्कार पीडि़ता ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पोक्सो के मामले में आरोपी को सजा हो चुकी है। सरकार की ओर से उसे प्रतिकार राशि स्वीकृत हो चुकी है। लेकिन यह राशि जारी नहीं की जा रही है। प्रतिकार राशि जारी कराने के एवज में बाल कल्याण समिति पाली के अध्यक्ष व सदस्यों की ओर से रिश्वत की मांग की जा रही है। पीडि़ता की इस शिकायत का सत्यापन करवाया तो हकीकत सामने आ गई। रिश्वत की मांग समिति अध्यक्ष व सदस्यों ने एक बिचोलिया एडवोकेट सुधीर काकाणी के माध्यम से की। इस पर सोमवार को बिचोलिया एडवोकेट सुधीर काकाणी ने पीडि़ता से बाल कल्याण समिति के कार्यालय में अध्यक्ष व दोनों सदस्यों के सामने दस हजार रुपए का लिफाफा लेकर टेबल पर रख दिया। मौका पाते ही एसीबी की टीम ने मौके पर पहुंची और चारों को गिरफ्तार कर लिया।
सवा चार लाख रुपए स्वीकृत हुई थी प्रतिकार राशि
एसीबी के अनुसार परिवादिया की स्वीकृत प्रतिकार राशि चार लाख पचीस हजार रुपए के 10 प्रतिशत के हिसाब से रिश्वत की मांग की गई थी। लेकिन परिवादिया के पास एक मुश्त राशि नहीं होने से अलग-अलग किश्तों में रिश्वत देना तय हुआ। इस पर पहली किश्त के रूप में सोमवार को दस हजार रुपए रिश्वत ली गई।