
जयपुर. कृषि मंत्री लालचन्द कटारिया ने सोमवार को विधानसभा में स्पष्ट किया कि फसल बीमा योजना के लिए पूरे देश में 18 कम्पनियां एवं राजस्थान प्रदेश में सात कम्पनियां कार्य कर रही है। कटारिया ने प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा इस सम्बन्ध में पूछे गये पूरक प्रश्नों के जवाब में बताया कि फसल बीमा योजना के अन्र्तगत किसानों द्वारा फसल बीमा करवाने के लिए जो सात एग्रीकल्चर इन्श्योरेन्स कम्पनी ऑफ इण्डिया लिमिटेड, एस.बी.आई जनरल इन्श्योरेन्स कम्पनी ऑफ लिमिटेड, फ्यूचर जनरल इन्श्योरेन्स कम्पनी ऑफ लिमिटेड, यूनिवर्सल शैम्पों जनरल इन्श्योरेन्स कम्पनी लिमिटेड, एचडीएफसी मैट्रो जनरल इन्श्योरेन्स कम्पनी लिमिटेड, बजाज जनरल इन्श्योरेन्स कम्पनी लिमिटेड एवं बजाज रिलायन्स जनरल इन्श्योरेन्स कम्पनी लिमिटेड कार्य कर रही है।
उन्होंने बताया पूरे देश में किसानों के फसल बीमा के लिए 18 कम्पनियां एवं राजस्थान में काम कर रही सभी सात कम्पनियां भारत सरकार द्वारा अधिकृत है। इससे पहले विधायक अविनाश के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में कृषि मंत्री ने बताया कि प्रदेश में किसानों की फसलों का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत फसल बीमा किया जाता है। उन्होंने बताया कि राज्य में भारत सरकार द्वारा जारी योजना गाइडलाइन अनुसार खरीफ 2020 से रबी 2022-23 की अवधि हेतु लगातार तीन वर्षों के लिये राज्य में एक जिले के लिये एक ही बीमा कम्पनी को फसल बीमा व्यवसाय करने हेतु अधिकृत किया गया है। इसके तहत राज्य में 33 जिलों में 7 बीमा कम्पनियां वर्तमान में फसल बीमा का कार्य कर रही हैं।
कटारिया ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में भारत सरकार द्वारा जारी गाईड लाईन के अनुसार वर्तमान में बीमा कम्पनियों का चयन प्रतिवर्ष आधार पर न किया जाकर तीन वर्ष की अवधि के लिये किया जाता है। इस हेतु प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अन्तर्गत राज्य में 10 कलस्टर (जिलों के समूह) बनाये गये हैं।
उन्होंने बताया कि निविदा के अन्तर्गत बीमा कम्पनियों द्वारा विभिन्न फसलों के लिये प्रस्तुत की गई प्रीमियम दर को फसल की बीमित राशि एवं गत वर्ष के उस फसल के बीमित क्षेत्रफल से गुणा कर संकलित योग (सभी फसलों का) में उस फसल की बीमित राशि एवं गत वर्ष के उस फसल के बीमित क्षेत्रफल से प्राप्त गुणनफल के संकलित योग (सभी फसलों का) का भाग देकर सभी बीमा कम्पनियों की उक्त विधि से प्राप्त न्यूनतम प्रीमियम दर दाता बीमा कम्पनी को संबंधित कलस्टर आंवटित किया जाता है।