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राजस्थान: बीजेपी प्रत्याशियों के खिलाफ ‘अपनों’ ने ठोकी ताल, इन 5 सीटों पर बढ़ी मुश्किलें

जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा 124 प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुकी है। 76 प्रत्याशी अभी और घोषित किए जाने हैं, लेकिन चुनाव मैदान में उतारे कई प्रत्याशी ऐसे हैं जिनका विरोध शुरु हो गया है। अपनों के विरोध से भाजपा प्रत्याशी सकते में हैं। प्रत्याशियों को उम्मीद है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता नाराज नेताओं को मना लेंगे, लेकिन करीब एक दर्जन सीटें ऐसी है, जहां लगातार विरोध हो रहा है। कमोबेश प्रदेश के अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी भाजपा प्रत्याशियों का विरोध जारी है। ऐसे में डेमेज कंट्रोल कर पाना भाजपा के लिए मुश्किल प्रतीत हो रहा है। आज हम उन 5 प्रत्याशियों की बात करेंगे, जहां अपनों का विरोध सबसे ज्यादा हो रहा है।

चित्तौड़गढ़: भैरोंसिंह शेखावत के दामाद नरपत का विरोध
भाजपा प्रत्याशी का सबसे ज्यादा विरोध प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के गृह जिले में सामने आ रहा है। मौजूदा विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काट कर भैरोंसिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी को मैदान में उतारा गया है। इब राजवी का विरोध लगातार जारी है। चंद्रभान सिंह लगातार दो बार विधायक बनते आ रहे हैं। माहौल उनके पक्ष में है, लेकिन जयपुर की विद्याधर नगर से टिकट काटने के बाद नरपत सिंह राजवी को एडजस्ट करने के लिए चित्तौड़गढ़ से प्रत्याशी बनाया है। चंद्रभान सिंह आक्या ने प्रत्याशी बदलने की मांग की, लेकिन पार्टी प्रत्याशी बदलने के मूड में नहीं है। अब आक्या ने ऐलान कर दिया कि वे 100 फीसदी चुनाव लड़ेंगे। अगर आक्या नामांकन दाखिल करते हैं तो राजवी की मुश्किलें बढ जाएंगी।

सांचौर में बीजेपी सांसद देवजी पटेल का विरोध
सांचौर में बीजेपी ने मौजूदा सांसद देवजी पटेल को मैदान में उतारा है। देवजी पटेल का पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी और दानाराम चौधरी जमकर विरोध कर रहे हैं। दोनों ही दावेदार थे, लेकिन देवजी पटेल को प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद दोनों एक हो गए। उन्होंने कहा कि उन दोनों में से एक को प्रत्याशी घोषित किया जाए। ऐसा नहीं होने पर दोनों में से एक चौधरी चुनाव मैदान में उतरेंगे। ऐसा होता है कि देवजी पटेल की जीत संकट में पड़ सकती है।

अजमेर उत्तर में वासुदेव देवनानी के सामने संकट ?
अजमेर उत्तर से भाजपा ने चार बार के विधायक रहे वासुदेव देवनानी को फिर प्रत्याशी बनाया है। इस पर पिछले कई सालों से पार्टी में सक्रिय पार्षद ज्ञान सारस्वत ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। सारस्वत का कहना है कि देवनानी का व्यक्तिगत विरोध नहीं है, लेकिन क्षेत्र के हजारों कार्यकर्ताओं की मांग थी कि चेहरा बदला जाए। ऐसा नहीं करके पार्टी हाईकमान ने कार्यकर्ताओं की भावनाओं की उपेक्षा की है।

मनोहरथाना: बागी रोशन सिंह ने तेवर
मनोहरथाना से बीजेपी ने गोविंद रानीपुरिया को प्रत्याशी घोषित किया है। क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहने वाले रोशन सिंह तंवर और उनके समर्थकों ने पार्टी के इस फैसले का भारी विरोध किया है। रोशन सिंह तंवर ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि बातचीत करने का समय अब निकल चुका है। वे चुनाव में उतरेंगे और रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज करेंगे।

झोटवाड़ा सीट: राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का विरोध
झोटवाड़ा में बीजेपी ने लोकसभा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को चुनाव मैदान में उतारा है। यहां राठौड़ का लगातार विरोध हो रहा है। पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत के समर्थक लगातार प्रत्याशी बदलने की मांग कर रहे हैं। वे बीजेपी प्रत्याशी को काले झंडे दिखाते हुए प्रदर्शन कर चुके हैं। झोटवाड़ा इलाके में लगातार राजपाल सिंह के समर्थन में यात्राएं निकाली जा रही है। उधर आशु सिंह सुरपुरा ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोक दी है। ऐसे में सांसद राठौड़ की जीत पर काले बादल मंडरा गए हैं।

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Author: indianews24

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