जयपुर. दिसंबर माह में उत्तर पश्चिम रेलवे के किसी भी रेलवे स्टेशन से यात्रा करने वाले रेल यात्रियों को परेशानी होने वाली है। जोधपुर मंडल के फुलेरा-डेगाना पर नॉन-इंटरलॉकिंग का काम शुरू किया है। ये काम अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किया जा रहा है। इसके तहत काम पूरा होने तक ट्रेनें प्रभावित रहेंगी। हालांकि यूं तो इसके तहत करीब 100 ट्रेनें प्रभावित होंगी लेकिन 55 ट्रेन के पहिए भी थमेंगे। कोई ट्रेन एक दिन तो कोई दो या तीन तक रद्द रह सकती है। दिसंबर माह के अंत तक रोकी सभी ट्रेनों को रिस्टोर कर लिया जाएगा। दरअसल जोधपुर मंडल में फुलेरा-गोविंदी मारवाड़ के बीच नॉन-इंटरलाकिंग का काम शुरू किया गया है।. इस निर्माण कार्य का असर उत्तर पश्चिम रेलवे की तकरीबन 100 ट्रेनों पर पड़ेगा। हालांकि कोशिश की है कि दिसंबर के अंत तक सभी ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू किया जाएगा। ये रद्दीकरण 23 दिसंबर से शुरू हो जाएगा। निर्माण कार्य के कारण पिछले काफी समय से ट्रेनों का रद्दीकरण किया जा रहा है। इसके तहत जयपुर जंक्शन से गुजरने वाले रेलयात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
रेलवे के पास नहीं कोई विकल्प
उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ कैप्टन शशि किरण ने बताया कि देश में इस समय सभी बड़े रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प करने के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना चलाई जा रही है। इसके तहत सभी बड़े जंक्शनों में परिवर्तन किया जा रहा है। इसी कड़ी में जोधपुर, जयपुर, उदयपुर, जैसलमेर और बीकानेर जंक्शन भी शामिल हैं। जैसे जैसे काम आगे बढ़ता जाएगा वैसे ट्रेनों का रद्दीकरण बढ़ता चला जाएगा। रेलवे के पास यात्रियों को विकल्प देने की सुविधा तो नहीं है, लेकिन ट्रेनों का रद्दीकरण कम से कम समय के लिए किया जा रहा है।
कोविड काल में हुआ था इतनी ट्रेनों का रद्दीकरण
इतनी ज्यादा ट्रेनों का रद्दीकरण या तो कोविड काल में किया था या फिर अब किया जा रहा है। ये कवायद इसलिए भी है कि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ट्रेनों को तेज गति से दौड़ाया जा सके। मौजूदा सिस्टम ट्रेनों की बढ़ी हुई स्पीड को सपोर्ट नहीं करता. लिहाजा सिस्टम को अपडेट किया जा रहा है. इस रद्दीकरण में वंदे भारत और राजधानी जैसे ट्रेनें भी शामिल हैं. दिसंबर अंत तक सभी ट्रेनों को फिर से रिस्टोर कर लिया जाएगा.

Author: indianews24



