नई दिल्ली. Big Update Of Uttrakhand Tunnel उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग से बड़ी खबर सामने आई है। सुरंग में फंसे सभी 40 मजदूर पूरी तरह से सुरक्षित हैं। उत्तराखंड पुलिस ने इन श्रमिकों से पाइप के माध्यम परिजनों से बातचीत करवाई है। श्रमिकों से एसडीआरएफ कमान्डेंट मणिकांत मिश्रा ने भी बात कर उनके हाल जाने हैं। उन्होंने बताया कि वह सब ठीक हैं और शीघ्र ही निकलना चाहते हैं। कमांडेंट ने मिश्रा ने उन्हें जल्द निकाले जाने का विश्वास दिलाया है।
एसडीआरएफ ने सभी श्रमिकों के लिए कंप्रेशर से चना, बादाम, बिस्कुट, ओआरएस, ग्लूकोस सहित कुछ दवाइयां श्रमिकों के पास पहुंचाई है। कमान्डेंट एसडीआरएफ खुद मौके पर राहत और बचाव कार्यो का नेतृव कर रहे हैं। राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। मशीन से ड्रिलिंग की जा रही है। 900 मिलीमीटर व्यास के पाइप और ऑगर ड्रिलिंग मशीन साइट पर पहुंच चुकी है।
12 नवंबर को ढही थी ये सुरंग
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग 12 नवंबर को सुबह लगभग 5 बजे ढह गई थी। सबसे पहले सिलक्यारा वाले मुहाने से 230 मीटर अंदर मलबा गिरा। इसके बाद 30 से 35 मीटर हिस्से में अचानक भारी मलबा गिर गया। इसके बाद से सुरंग में काम कर रहे 40 मजदूर अंदर फंस गए थे।
नहीं बिछी थी ह्यूम पाइप
सिलक्यारा सुरंग में चल रहे निर्माण में लापरवाही यह रही कि इसके संवेदनशील हिस्से में ह्यूम पाइप नहीं बिछे थे। सिलक्यारा सुरंग के अंदर ह्यूम पाइप बिछे होते तो अब तक सभी श्रमिक सुरक्षित बाहर आ चुके होते।
अलर्ट पर अस्पताल
सिलक्यारा सुरंग में अनहोनी की आशंका में छह बेड का अस्थाई अस्पताल पास में ही तैयार किया है। सीएमओ डॉ.आरसीएस पंवार सहित कई चिकित्सकर्मियों को तैनात कर दिया गया है। आक्सीजन सिलेंडर और दस एंबुलेंस भी सुरंग के पास ही तैनात हैं।
यहां के हैं ये मजदूर…
झारखंड के 15 मजदूर, उत्तरप्रदेश के 8 मजदूर, ओडिशा के 5 मजदूर, पश्चिम बंगाल के 4 मजदूर, बिहार के 3, उत्तराखंड के 2, असम के 2 और हिमाचल का 1 मजदूर इनमें शामिल है।

Author: indianews24



