सहारनपुर(उत्तरप्रदेश). Priyanka Gandhi in Saharanpur: लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसी क्रम में यूपी के सहारनपुर में पहली बार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रोड शो किया। बुधवार को सहारनपुर की गोल कोठी से कुतुबशेर थाने तक एक घंटे चले रोड शो में प्रियंका गांधी ने जनता को संबोधित किया। इस दौरान प्रियंका गांधी ने मोदी पर खूब तंज कसे।
उन्होंने कहा कि इस देश ने सत्ता को नहीं सत्य को पूजा है और मोदी सत्ता को पूजते हैं सत्य को नहीं। रोड शो के दौरान प्रियंका गांधी ने रामनवमी पर कहा कि भगवान राम ने भी सत्य की लड़ाई लड़ी थी। जब उनके सामने रावण युद्ध करने आया तो सारी शक्ति रावण के पास थी, लेकिन भगवान राम ने नौ व्रत रखकर सारी शक्ति अपने पास ले ली थी। इसके बाद रावण से युद्ध किया और सत्य की जीत हुई।
‘इंडिया’ गठबंधन को मिल रही अच्छी सीटेंः प्रियंका गांधी
रोड शो के दौरान प्रियंका गांधी से सवाल पूछा कि ‘इंडिया’ गठबंधन कितनी सीटें जीतेगा? इस पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि “मैं कोई ज्योतिषी नहीं हूं। हमें अच्छी संख्या में सीटें मिलने जा रही हैं। लोग बदलाव चाहते हैं। राजस्थान और उत्तराखंड में लोग इस तरह की राजनीति से थक चुके हैं। लोगों के पास खर्च करने के लिए पैसे नहीं हैं। बेरोजगारी दूसरे स्तर पर बढ़ गई है, लेकिन PM मोदी इस सब पर बात नहीं कर रहे हैं।”
प्रियंका ने कहा कि “जो कंपनी 180 करोड रुपए का मुनाफा कमा रही है, वह कंपनी 1100 करोड रुपए का चंदा भाजपा को दे रही है। आखिर यह पैसा कहां से आ रहा है ? मोदी ने काला धन लाने के लिए कहा था। क्या आया? जीएसटी आई, जिसने व्यापारियों की कमर तोड़ दी।”
सहारनपुर में ठप हुआ लकड़ी का कारोबारः प्रियंका
प्रियंका गांधी ने कहा कि सहारनपुर के लोगों का लकड़ी का कारोबार ठप हो गया। एक समय था जब यहां से बड़ी संख्या में लकड़ी के बने उत्पाद एक्सपोर्ट हुआ करते थे। मोदी सरकार में वह भी बंद हो गए। मेरी जनता से अपील है कि वह सपा कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी भाई इमरान को भारी मतों से जिताएं। आने वाले 19 अप्रैल को अधिक से अधिक मतदान करें।”
प्रियंका गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने छोटे व्यापारी, गरीब, मजदूर के लिए कुछ नहीं किया और अडानी अंबानी का 16 लाख करोड रुपए का कर्ज माफ कर दिया। भाजपा सरकार ने हमेशा अमीरों की जेब भारी है। गरीब को कुछ नहीं मिला इलेक्ट्रोल बॉन्ड स्कीम भी भाजपा लेकर आई थी और वह इस सूची के नाम गोपनीय रखना चाहती थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने नाम उजागर करने के आदेश दिए तो भाजपा की पोल खुलकर सामने आ गई।