चंडीगढ़. Farmer protest: किसानों के दिल्ली कूच का आज तीसरा दिन है। मंगलवार को शंभू बॉर्डर पर हुए बवाल के बाद बुधवार को भी तनाव की स्थिति बनी रही। शाम को तय हुआ कि गुरुवार को एक बार फिर केंद्र किसानों से बात करेगा। तब तक किसानों ने आगे न बढ़ने का निर्णय लिया। किसान यूनियनों के साथ बैठक खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सरकार और किसान यूनियनों के बीच सकारात्मक चर्चा हुई है।
किसान यूनियन द्वारा उठाए विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हुए हमने फैसला किया है कि अगली बैठक रविवार शाम 6 बजे होगी। जिसमें समाधान निकालेंगे। किसानों की केंद्रीय मंत्रियों के साथ तीसरी बैठक बेनतीजा रही है। बल प्रयोग पर किसानों ने विरोध जताया है। अगली वार्ता रविवार को होगी। किसानों और सरकार में तीसरे दौर की वार्ता खत्म हो गई है, किसान अगली बातचीत जल्दी चाह रहे थे।
#WATCH | Chandigarh: After the meeting with the farmer unions concluded, Union Minister Arjun Munda says, "Today, a very positive discussion happened between the government and the farmers' unions. Focusing on the topics highlighted by the farmers' union, we have decided that the… pic.twitter.com/mJpQ8LkGtj
— ANI (@ANI) February 15, 2024
MSP पर अड़े किसान, हरियाणा के बल प्रयोग पर जताई कड़ी आपत्ति
केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच चल रही तीसरे दौर की बैठक वीरवार-शुक्रवार रात एक बजे तक जारी रही। इस बैठक के शुरू होते ही किसानों ने हरियाणा सरकार और पुलिस की ओर से किए बल प्रयोग पर आपत्ति जताई। इस पर केंद्रीय मंत्री उन्हें समझाते नजर आए। इसके बाद MSP की कानूनी गारंटी सहित अन्य मांगों पर चर्चा शुरू हुई। केंद्रीय मंत्री लखीमपुर खीरी कांड समेत अन्य मांगों पर किसानों के साथ सहमत दिखे, लेकिन एमएसपी की कानूनी गारंटी पर वार्ता में कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया।
तीसरे दौर की बैठक में हरियाणा के बल प्रयोग पर जताया विरोध
किसान संगठनों ने हरियाणा सरकार की ओर से की गई बैरिकेडिंग और किसानों पर बल प्रयोग का विरोध भी बैठक में जताया। किसानों ने दिल्ली का रास्ता खोलने की मांग भी की। इससे पहले भी 8 और 12 फरवरी को वार्ता की जा चुकी है, जो बेनतीजा रही। किसानों की तरफ से एमएसपी की गारंटी और स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट ही मुख्य मांगें हैं। इससे पहले की बैठक में किसानों पर दर्ज पुलिस केस वापस लेने जैसी मांगों पर सहमति बन गई थी। दोनों पक्षों में बैठक शाम 5 बजे शुरू होनी थी, जिसके लिए किसान नेता समय पर मगसीपा भवन पहुंच गए, लेकिन ताज होटल में ठहरे केंद्रीय नेताओं के साथ मुख्यमंत्री मान एवं वित्त मंत्री हरपाल चीमा की बैठक के चलते केद्रीय नेता रात 8 बजे तक ही किसानों के साथ बैठक के लिए पहुंच सके।
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Author: indianews24
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