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राजस्थान और दिल्ली पुलिस की बड़ी कार्रवाई, पुलिस के शिकंजे में आए हत्यारे, शूटर नितिन-रोहित चंडीगढ़ से गिरफ्तार

जयपुर. Sukhdev gogamedi murder : सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में राजस्थान पुलिस के बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने शनिवार को पहले आरोपियों को फरारी में मदद देने वाले को पकड़ा और फिर मुख्य आरोपियों को दबोचा। गोगामेड़ी पर तड़ातड़ फायरिंग करने वाले दोनों शूटर हिमाचल में दो अन्य साथियों के साथ पकड़े गए हैं। अन्य दो जने शूटरों की मदद के लिए साथ थे। यह कार्रवाई सीआईडी क्राइम ब्रांच, जयपुर पुलिस और दिल्ली सीआईडी की टीम ने की है। अब पुलिस आरोपियों को लेकर जयपुर के लिए रवाना हो गई है। आरोपियों से पूछताछ के बाद खुलासा होगा कि इसमें लॉरेंस विश्नोई और रोहित गोदारा के अलावा और कौन-कौन लोग शामिल हैं। मामले में आनंदपाल की बेटी चीनू की भूमिका की बताई जा रही थी, जिसे एक दिन पहले खुद चीनू ने वीडियो जारी कर गलत करार दिया था।

इनकी रही अहम भूमिका

डीजीपी उमेश मिश्रा के नेतृत्व में शूटरों को पकड़ने में जयपुर कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ व आईपीएस दिनेश एमएन की प्रमुख भूमिका रही। डीजीपी ने बताया कि गिरफ्तार नितिन फौजी सेना का जवान है। दूसरा शूटर मकराना निवासी रोहित राठौड़ कुछ दिन पहले ही उदयपुर में हथियारों के साथ पकड़ा गया था। आरोप है कि वह किसी हिस्ट्रीशीटर की हत्या के लिए वहां पहुंचा था। 15 दिन जेल में रहने के बाद उसे जमानत मिल गई। राठौड़ और नितिन को लॉरेंस व रोहित गोदारा की गैंग ने उसे गोगामेड़ी की हत्या की साजिश में शामिल किया।

नितिन फौजी का दोस्त रामवीर

पुलिस ने दोनों शूटरों को फरारी में मदद करने वाले महेन्द्रगढ़ हरियाणा निवासी रामवीर (23) को गिरफ्तार कर लिया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कैलाशचन्द्र विश्नोई ने बताया कि अभियुक्त रामवीर हत्याकांड के आरोपी नितिन फौजी का दोस्त है। दोनों साथ पढ़े हैं। 12वीं पास करने के बाद नितिन फौजी वर्ष 2019- 20 में सेना में भर्ती हो गया और रामवीर यहां जयपुर में पढ़ाई करने लगा। एमएससी पूरी होने पर कुछ दिन पहले ही वह गांव गया था, जहां छुट्टियों पर आए नितिन फौजी से मुलाकात हुई।

गांव से शूटर की पत्नी को मिलाने लाया

रामवीर गांव से नितिन की पत्नी को उससे मिलाने के लिए लाया। यहां उसने मोबाइल व अन्य सुविधा उपलब्ध करवाई। कुछ दिन रुकने के बाद फौजी गैंग के किसी अन्य सदस्य के पास चला गया। साथ ही उसने रामवीर को कहा कि वह फिर आएगा। उसने बड़ी वारदात करने के लिए मदद मांगी थी।

बार-बार जगह बदली, बस से हुए थे फरार

वारदात से पहले फौजी जयपुर में तीन दिसम्बर को पहुंचा। यहां पहुंचने से पहले उसने रामवीर से सम्पर्क साधा था। रामवीर ने उसे पहले महेश नगर के कीर्ति नगर में रुकवाया। इसके बाद अगले दिन गांधी नगर रेलवे स्टेशन के पास होटल में ठहराया। कुछ समय प्रताप नगर क्षेत्र में भी रहे। चार दिसम्बर को उन्होंने एनिमल फिल्म देखी। इसके बाद पांच दिसम्बर को रोहित से मिला और वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद शूटर नितिन फौजी और रोहित राठौड राहगीर से छीनी स्कूटी से अजमेर रोड पहुंचे। यहां से रामवीर बाइक पर दोनों को बगरू टोल प्लाजा से आगे तक लेकर गया। जहां से दोनों रोडवेज बस में सवार होकर फरार हो गए।

विदेश भागने की तैयारी कर रहा था शूटर नितिन

नितिन पर हरियाणा में पुलिस फायरिंग का केस दर्ज हो चुका था। इसके बाद जयपुर में वारदात करने के लिए उसे गैंग ने विदेश भगाने का लालच दिया। उसे झांसा दिया पत्नी के साथ विदेश भेजने की व्यवस्था भी करेंगे।

घटना के दिन गोगामेड़ी की फोटो बताकर दिया था टास्क था

नितिन को गोगामेड़ी के बारे पड़ताल में सामने आया कि गिरोह के राजस्थान में सक्रिय विरेन्द्र ने ही शूटरों से सम्पर्क किया था। उसने नितिन और रोहित राठौड़ को यह टास्क दिया। नितिन को गोगामेड़ी के बारे में जानकारी नहीं थी। उसे घटना के दिन ही फोटो बताई थी। उसे बस यही बताया था कि एक बड़ी वारदात करनी है।

रामवीर ने दी थी छिपने के लिए जगह

नितिन और उसके कुछ साथियों की 9 नवंबर को महेन्द्रगढ़ में पुलिस से मुठभेड़ हुई। पुलिस ने 3 आरोपी पकड़े, लेकिन नितिन सहित तीन अन्य आरोपी फरार हो गए। फरारी में नितिन ने रामवीर से सम्पर्क किया। रामवीर ने ही उसे यहां 19 नवम्बर को महेश नगर क्षेत्र में परिचित सीए के यहां रुकवाया।

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