India News24

indianews24
Search
Close this search box.

Follow Us:

साबुत अलसी के बीज की जगह उसका पाउडर खाते हैं तो शरीर पर होता है कुछ ऐसा असर, आप रह जाएंगे हैरान!

अलसी खाने और लगाने के फायदे अनेक है। इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक हैदराबाद के यशोदा हॉस्पिटल्स के वरिष्ठ सलाहकार चिकित्सक डॉ. दिलीप गुडे ने कहा पहले से जमीन पर रखे अलसी के बीच ऑक्सीजन के संपर्क में आ जाते हैं। जिससे पीयूएफए का ऑक्सीकरण होता है। इसे खाने के कई सारे फायदे भी है। हैरानी की बात यह है कि इसे खाने से एक दिन में इम्युनिटी मजबूत बनती है। आप इसे लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएंगे तो पता भी नहीं चलेगा, लेकिन इसके फायदे शरीर पर दिखाई देंगे। यह पोषण से भरपूर होता है। यह पाचन क्रिया में भी काफी ज्यादा सहायता करता है।

अलसी के पाउडर खाने के फायदे

इंस्टाग्राम पर एक हेल्थ से रिलेटेड पेज है। जिसमें साबुत अलसी के बजाय इसके पाउडर खाने की बात कही है। साथ ही पाउडर से जुड़े कुछ फैक्ट्स के बारे में भी बात की गई है। अलसी का पाउडर पोषण से भरपूर होता है जो पाचन शक्ति को बढ़ाता है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। आप अलसी के पाउडर का इस्तेमाल कई तरह के फूड आइटम में कर सकते हैं। जैसे- स्मूदी, दही, सलाद। यह आपकी डाइट को बेहतर बनाती है। अलसी के पाउडर को हवा में न रखें बल्कि ठंडी और अंधेरी जगह पर रखें।

अलसी के पाउडर को ज्यादा दिनों तक क्यों नहीं रखें

इसके अलावा अगर आप इसके पाउडर का इस्तेमाल करते हैं तो 2-3 दिनों से ज्यादा न रखें बल्कि इसे कम समय में ही खत्म कर दें। अलसी का पाउडर ऑक्सीजन के कॉन्टैक्ट में आने से तुरंत रिएक्ट करता है। जिसके कारण इसके पोषक तत्व कम हो सकते हैं। मेट्रो अस्पताल, नोएडा की वरिष्ठ आहार विशेषज्ञ शिवानी शर्मा ने कहा कि अपने समृद्ध पोषण प्रोफ़ाइल के कारण, अलसी पाउडर और साबुत अलसी दोनों खाने से समान फायदे मिलते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं।

अलसी पाउडर शरीर के लिए पोषक तत्वों को अवशोषित करना आसान बनाकर पोषण अवशोषण में सुधार करता है। हैदराबाद के यशोदा हॉस्पिटल्स के वरिष्ठ सलाहकार चिकित्सक डॉ. दिलीप गुडे ने कहा कि साबुत अलसी के बीज आंतों में जाकर फंस सकते हैं। जिसके कारण शरीर को पूरा फायदा नहीं पहुंचता है।

फाइबर से भरपूर अलसी

जब खाने में फाइबर की बात आए तो साबुत अलसी एक अच्छा सोर्स है। विशेष रूप से अघुलनशील फाइबर है।अघुलनशील फाइबर मल को अधिक मात्रा देकर कब्ज को दूर रखने में मदद करता है।

पाचनशक्ति: शरीर को साबुत अलसी के बाहरी आवरण से उसके पोषक तत्वों को पचाना और अवशोषित करना चुनौतीपूर्ण लगता है। डॉ. गुडे ने कहा की अगर आप इनका पूरा सेवन करेंगे तो आपको पूरा पोषण लाभ नहीं मिल पाएगा।

ओमेगा-3 फैटी एसिड:अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (एएलए), एक प्रकार का ओमेगा-3 फैटी एसिड, अलसी में प्रचुर मात्रा में होता है। क्योंकि पीसने से अलसी के बीजों की बाहरी परत खत्म हो जाती है, जिससे पोषक तत्व अधिक सुलभ हो जाते हैं, यह ALA के अवशोषण में सुधार करता है।

लिग्नांस: अलसी के बीज लिग्नांस का एक अच्छा स्रोत हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट हैं। डॉ. गुडे ने कहा कि जमीन पर मौजूद अलसी के बीज से लिग्नान जारी करने को बढ़ाया जा सकता है।

Disclaimer: आर्टिकल में बताई विधि, तरीके और सुझाव पर अमल करने से पूर्व डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।

Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *