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Rajasthan news: CM ने कांग्रेस पर कसा तंज, बोले आप मीटिंग में 200 लोगों को बुलाते हो और आते केवल 50 हैं

Rajasthan CM Bhajanlal Sharma

जयपुर.Rajasthan news: पूर्वी राजस्थान के जन और जमीन की प्यास बुझाने वाले एकीकृत ERCP परियोजना के एमओयू के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शनिवार को आमजन से रूबरू होने यात्रा पर निकले। उनके साथ केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी रहे। अलवर, डीग और भरतपुर जिलों में जगह-जगह मुख्यमंत्री शर्मा का स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने बड़ौदामेव, नगर, डीग और भरतपुर में जनसभाओं को सम्बोधित किया और लोगों को ईआरसीपी परियोजना से उनके क्षेत्र को होने वाले फायदों के बारे में जानकारी दी। CM शर्मा ने इस दौरान कांग्रेस को आड़े हाथों लेने से नहीं चुके। उन्होंने कहा कि मुझे पर्ची का सीएम बताने वालों की जमीन खिसक रही है। शर्मा ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि राजस्थान में पर्ची का सीएम है। मैं उनको कहना चाहता हूं अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी(गोविंद सिंह डोटासरा और सुखजिंदर सिंह रंधावा) आपकी जमीन खिसक रही है। आप 200 लोगों को मीटिंग में बुलाते हो और आते मात्र 50 है।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र और प्रदेश की डबल इंजन सरकारें जनता से किए वादों को पूरा करने में तत्परता से लगी हुई है। हमने प्रदेश को ईआरसीपी की सौगात देने का वादा किया था और सरकार बनने के डेढ़ माह में ही ERCP परियोजना के लिए केन्द्र सरकार, मध्यप्रदेश सरकार के साथ बात कर यह एमओयू किया। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने ईआरसीपी को लटकाने-अटकाने और भटकाने का ही काम किया। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने ERCP का बजट घोषणाओं में बार-बार जिक्र जरूर किया, लेकिन इसके समाधान को लेकर  कोई ठोस कदम नहीं उठाए। ईआरसीपी की डीपीआर में सम्मिलित 26 बांधों के अलावा आगे चलकर इसमें 122 बांध और जोड़ने की योजना है।

एमजेएसए 2.0 के तहत बनेंगे 5 लाख जल संग्रहण ढांचे

शर्मा ने कहा कि वर्ष 2013 से 2018 में हमारी सरकार ने जल संरक्षण एवं संग्रहण को प्रोत्साहन देने के लिए मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान की शुरूआत की थी। इसे आगे बढ़ाते हुए हमने बजट में 11 हजार 200 करोड़ रुपये का प्रावधान करते हुए मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2.0 शुरू किया है। इसके तहत आगामी 4 वर्षों में 20 हजार गांवों में 5 लाख जल संग्रहण ढांचे बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सीकर, चूरू और झुंझुनूं को यमुना नदी का पानी उपलब्ध कराने के लिए ताजेवाला से प्रवाह प्रणाली के क्रम में केन्द्र सरकार, हरियाणा सरकार और राजस्थान सरकार के बीच एमओयू हुआ है। इससे इन तीनों जिलों की जल आवश्यकता की पूर्ति सुनिश्चित होगी।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का स्वागत करते लोग
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का स्वागत करते लोग

अलवर के 3, भरतपुर के 5 बांधों में आएगा पानी

मुख्यमंत्री ने आभार सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस परियोजना से अलवर जिले के जयसमंद बांध, घाट पिकअप वियर और धमरेण बांध को पानी मिलेगा। इससे करीब 5 हजार हेक्टेयर भूमि में सिंचाई होगी तथा लगभग 20 हजार किसानों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से भरतपुर जिले के कुल 5 बांधों बंध बारेठा, अजान लोअर, अजान अपर, लालपुर और भटावाली में पानी लाया जाएगा। इससे करीब 14 हजार हैक्टेयर भूमि में सिंचाई होगी तथा लगभग 56 हजार किसान लाभान्वित होंगे। साथ ही, बंध बारेठा बांध से ऐतिहासिक महत्व की सुजानगंगा में भी पानी डाला जाएगा।

ERCP परियोजना में केन्द्र की होगी 90 प्रतिशत हिस्सेदारी- शेखावत

केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की दूरदर्शी सोच के अनुरूप मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की केन-बेतवा नदी लिंक परियोजना के बाद देश की यह दूसरी नदी लिंक परियोजना है। इसमें पार्वती-कालीसिंध-चम्बल नदी के साथ ईआरसीपी (पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना) को एकीकृत करते हुए लिंक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर राजस्थान में करीब 45 हजार करोड़ और मध्यप्रदेश में 30 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। एकीकृत ERCP आजादी के बाद प्रदेश की सबसे बड़ी नहर परियोजना होगी जिसमें प्रदेश के नये जिलों सहित कुल 21 जिलों की साढ़े 3 करोड़ आबादी को अगले 5 दशक तक पेयजल उपलब्ध हो सकेगा।

साथ ही, इससे प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 2 लाख 80 हजार हैक्टेयर भूमि पर सिंचाई हेतु जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। उन्होंने कहा कि पहले जहां इस परियोजना में केन्द्र से 60 प्रतिशत राशि मिलना ही प्रस्तावित थी। वहीं, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप अब इस परियोजना में केन्द्र की फडिंग बढ़ाकर 90 प्रतिशत कर दी गई है, जिससे राजस्थान को परियोजना की लागत का मात्र 10 प्रतिशत ही वहन करना पड़ेगा।

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