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राजस्थान में सीएम पद को लेकर हलचल हो गई तेज, वसुंधरा राजे के दिल्ली पहुंचने के लगाए जा रहे कई मायने

जयपुर. राजस्थान में हाल ही विधानसभा के चुनाव हुए हैं। इसमें भाजपा ने 115 सीटें हासिल कर बहुमत हासिल किया है। ऐसे में अब राजस्थान के नए सीएम पद को लेकर कवायद तेज कर दी गई है। लेकिन फिलहाल सस्पेंस का दौर जारी है। आपको बता दें कि तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का देर रात दिल्ली पहुंचना, सूबे की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी है। बताया जा रहा है कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें बुलाया है। लिहाजा वह देर रात दिल्ली के लिए जयपुर से रवाना हो गई हंै। इससे पहले वसुंधरा राजे ने जयपुर की मीडिया के सामने यह साफ कर दिया है कि पार्टी हाइकमान को जो फैसला होगा, वह उन्हें मंजूर होगा। राजे ने कहा है कि वह पार्टी लाइन से बाहर नहीं हैं। मीडिया रिपोटर्स के अनुसार विधायकों से मुलाकात के बाद वसुंधरा राजे ने फोन पर भाजपा हाईकमान से बात की है। इसके बाद उन्होंने कहा कि वो पार्टी की अनुशासित कार्यकर्ता हैं और पार्टी की लाइन से कभी बाहर नहीं जा सकती हैं। इससे पहले ये चर्चा थी कि राजे शक्ति प्रदर्शन के मूड में है।

भाजपा नए चेहरों को दे सकती है मौका, शाह दे चुके संकेत

सियासी गलियारों में इस बात की भी चर्चा है कि भाजपा इस बार राजस्थान में नए चेहरे को सीएम बनने का मौका दे सकती है। इस बात के संकेत दिल्ली में बुधवार 6 दिसंबर को मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी दे दिए हैं। मीडिया से बात करते हुए शाह ने कहा कि तीनों राज्य मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सीएम को लेकर नाम फाइनल नहीं हुए है। लेकिन इसी सप्ताह सब कुछ तय कर लिया जाएगा। जब मीडिया ने उनसे और कुछ जानने की कोशिश की तो शाह ने मुस्कुराते हुए यह कह दिया है कि चेंज होते रहना चाहिए। अब शाह के इस बयान के मायने निकाले जा रहे हैं।

आगे क्या होगी वसुंधरा राजे की भूमिका

बता दें कि तीन दिसंबर को आए नतीजे के एक दिन बाद ही दो बार मुख्यमंत्री रह चुकीं वसुंधरा राजे के घर पर 25 विधायक मिलने पहुंचे थे। इसके बाद भी विधायकों के मिलने के सिलसिला जारी था। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में राजे समर्थक नेता और विधायक कालीचरण सर्राफ ने भी ये दावा किया था कि राजे ने लगभग 70 विधायक मिलने पहुंच चुके हैं। इसे राजे के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा था। अमित शाह के बयान के बाद अब ऐसी अटकलों पर विराम लग चुका है। आगे पार्टी में वसुंधरा राजे की क्या भूमिका होगी, यह दिल्ली में वसुंधरा राजे की मुलाकात के बाद मिलने वाले इनपुट्स के आधार पर ही तय किया जाएगा।

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