जयपुर. Loksabha election: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजस्थान से लोकसभा चुनाव का आगाज कर दिया है। इसके साथ ही चुनाव प्रचार अब जोर पकड़ने लगा है। राज्य के दोनों मुख्य दल भाजपा-कांग्रेस ने अपनी मजबूत सीटों और कमजोर सीटों का आंकलन कर प्रचार तेज कर दिया है।
लगातार दो बार से सभी सीटों पर हारती आ रही कांग्रेस इस बार आठ सीटों पर स्थिति मजबूत मान रही है। जबकि भाजपा करीब 19 सीटों पर अच्छी स्थिति मान रही है। भाजपा उन सीटों पर पहले फोकस कर रही हैं, जहां स्थिति मजबूत करनी है। वहीं कांग्रेस मजबूत पकड़ वाली सीटों पर और आगे निकलने की कोशिश करने में जुटी है।
यहां मजबूत स्थिति का दावा
कांग्रेस का 6 अप्रेल जयपुर में घोषणा पत्र जारी होगा। राज्य के बड़े नेताओं के मुताबिक कांग्रेस सीकर, चूरू, झुंझुंनू, बाड़मेर, दौसा, टॉक- सवाई माधोपुर, भरतपुर और कोटा लोकसभा सीट पर अपनी स्थिति मजूबत मान रही है। जिसका लोकसभा चुनाव में उन्हें फायदा मिलेगा। कांग्रेस ने सीकर सीट गठबंधन में दी है, यहां से माकपा उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं कोटा और चूरू में भाजपा से कांग्रेस में आए नेता और बाड़मेर में आरएलपी से आए नेता को टिकट दिया है। इसके अलावा धौलपुर-करौली और जयपुर ग्रामीण सीट पर आने वाले समय में पार्टी की स्थिति मजबूत होना माना जा रहा है।
शेखावाटी – कमजोर सीटों पर फोकस
प्रदेश में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दो दिन का दौरा पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री इस सप्ताह तीन सभाएं करने जा रहे हैं। पार्टी का पूरा फोकस कमजोर सीटों पर मजबूत रणनीति और बूथ मैनेजमेंट पर है।
भाजपा से जुड़े सूत्रों के अनुसार पार्टी ने जिन सीटों को थोड़ा बहुत कमजोर माना है। उन सीटों में दौसा, करौली- धौलपुर, चूरू, बाडमेर, नागौर, बांसवाड़ा लोकसभा सीट शामिल है। शेखावाटी पर पार्टी का ज्यादा फोकस है। विधानसभा चुनावों में शेखावाटी के जिलों में भाजपा का प्रदर्शन अच्छा नहीं था। इसलिए अमित शाह सीकर आए। अब PM चूरू और नागौर में सभाएं करने आ रहे हैं ताकि इन सीटों की स्थिति में सुधार आ सके।