जयपुर. Rajasthan update: राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत गुरुवार सुबह विद्युत भवन में औचक निरीक्षण करने पहुंचे। करीब सवा नौ बजे सीएस के विद्युत भवन पहुंचने की जानकारी कार्मिकों को लगी, तो सभी अधिकारी कर्मचारी भागते दौड़ते ऑफिस पहुंचे। सीएस ने निरीक्षण के दौरान कम्प्यूटर खुलवाकर फाइलों की पेंडेंसी देखी, साथ ही कई अधिकारियों के चैंबर में पहुंचकर वहां टेबल पर मौजूद फाइलों की फोटो खींचे।
आलम एसा था की अधिकांश अधिकारी अपनी सीट पर नहीं मिले। फाइलों का डिस्पोजल टाइम 106 घंटे देखकर वे नाराज हो गए। सीएस विद्युत भवन में प्रवेश करते ही सीधे पहली मंजिल पर गए, जहां सभी बिजली कंपनियों के अधिकारी बैठते हैं। ज्यादातर अधिकारी नहीं मिले। कुछ देर बार ही विद्युत प्रसारण निगम के एमडी नथमल डिडेल पहुंचे। सीएस ने उनसे पूछ लिया कि कब आए। डिडेल ने 7 मिनट देरी से आने की जानकारी दी तो सीएस ने कहा कि जब अधिकारी ही लेट आएंगे, तो कैसे काम चलेगा।
संयुक्त सचिव के वहां दिखने पर सीएस ने कहा कि आप यहां क्यों आए? आपका चैंबर सचिवालय में नहीं है क्या? उन्होंने सहायक अभियंता को भी लताड़ लगाई। दरअसल, मुख्य सचिव जैसे ही जाने लगे तो सहायक अभियंता हंसने लगी। इस पर सीएस ने कहा- ‘ये मजाक के लिए नहीं, सीरियस जॉब है’। काम में लापरवाही के बावजूद हंसना बेशर्मी है।
जो नहीं मिले उनकी रिपोर्ट ली
मीडिया से बातचीत में सीएस ने कहा कि अभी यहां और सुधार की जरूरत है। जो अधिकारी नहीं मिले उनके बारे में रिपोर्ट ली जा रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी जगह बिजली गुल होती है तो लोगों को मुश्किल होती है। असली परीक्षा फील्ड अधिकारियों के सामने हैं,जिसकी मॉनिटरिंग जरूरी है।