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cVIGIL App: इस App पर करें नेताओं की शिकायत, 100 मिनट में दिखेगा असर

Rajeev Kumar chief election commissioner

नई दिल्ली. cVIGIL App: निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघनों के संबंध में सूचना देने के लिए ‘सी-विजिल’ एप बनाया है। इसके माध्यम से कोई भीc व्यक्ति नेताओं की आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ी शिकायत, फोटो या वीडियो लोड कर सकता हैं। इस एप का प्रयोग विधानसभा चुनाव के दौरान भी किया गया था। आयोग ने दावा किया है कि शिकायत करने के 100 मिनट में असर आना शुरू हो जाएगा। चुनाव आयोग के अनुसार ये एप सूचना जिला नियंत्रण कक्ष में बीप की आवाज कार्य है। जहां इसे फिल्ड इकाई को सौंपा जाता है। एक फिल्ड इकाई में उड़न दस्ते, निगरानी दल, आरक्षित दल आदि होते हैं। प्रत्येक फिल्ड इकाई के पास एक GIS आधारित मोबाइल एप्लिकेशन होगी, जिसे “सी-विजिल डिस्पैचर” कहा जाता है। इससे फिल्ड इकाई सीधे जीआईएस और नेविगेश्प तकनीक के माध्यम से उस स्थान पर पहुंच जाती है तथा कार्रवाई करती हैं।

भारत निर्वाचन आयोग की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार सीविजिल ऑरेटिंग शिकायत देने वाले शख्स का एक चित्र खिचेगा या 2 मिनट का वीडियो रिकार्ड करेगा। भौगोलिक सूचना प्रणाली द्वारा स्वचालित स्थान संबंधी मानचित्रण सहित फोटो, वीडियो एप पर अपलोड किया जाता है।

इसके सफलतापूर्वक प्रस्तुतिकरण के पश्चात नागरिक को अपने मोबाइल पर कार्रवाई के अपडेट का पता लगाने तथा अनुवर्ती अपडेट प्राप्त करने के लिए एक विशिष्ट ID मिलती है। इस प्रकार एक व्यक्ति अनेक घटनाओं की रिपोर्ट कर सकता है तथा अनुवर्ती कार्रवाई को अपडेट के लिए प्रत्येक रिपोर्ट के लिए उसे एक विशिष्ट आईडी मिलेगा।

सी-विजिल एप पर ऐसे करें शिकायत

फिल्ड इकाई की ओर से कार्रवाई करने के पश्चात, यह निर्णय और निपटान के लिए रिटर्निंग अधिकारी को सीविजिल डिस्पैचर के माध्यम से की गई कार्रवाई संबंधी रिपोर्ट के रूप में संबंधित दस्तावेज का संदेश देता है तथा अपलोड करता है। घटना सही पाई जाती है तो सूचना को आगे की कार्रवाई के लिए भारत निर्वाचन आयोग के राष्ट्रीय शिकायत पोर्टल पर भेजा जाता है। उसके बाद की गई कार्रवाई की सूचना 100 मिनट में प्रदान की जाती है।

यह एप केवल आदर्श आचार संहिता के उल्लंघनों के बारे में शिकायत प्राप्त करेगा। फोटो या वीडियों खींचने के बाद घटना की रिपोर्ट करने के लिए प्रयोक्ता को 5 मिनट मिलेंगे। गलत दृश्यों को अपलोड करने से रोकने के लिए, एप पूर्व- रिकार्ड किए फोटों/वीडियों को अपलोड नहीं करने देगा तथा न ही यह प्रयोक्त को इस एप द्वारा खींची फोटो को फोन गैलरी में सेव करने देगा।

इसके अतिरिक्त यह एप्लिकेशन केवल उन राज्यों में सक्रिय होगी जहां निर्वाचन की घोषणा की गई है। जिस क्षण कोई नागरिक राज्य से बाहर निकलेगा, यह ऐप निष्क्रिय हो जाएगी।

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